Monday, August 25, 2014

GHAR-SANSAR-WITH-PARUL: Geet Sangrah

GHAR-SANSAR-WITH-PARUL: Geet Sangrah: This page contains traditional songs (in hindi) such as: banna songs in hindi, banni songs in hindi, ram vivah songs in hindi, ram janam s...

शादी में हँसी मज़ाक के गीत ( Masti songs in marriage )


(3) सुस्ती जाए फुर्ती आए, सिर का दर्द मिट जाय, जगत में चाय बड़ी बलवान
      susti jaye furti aaye, sir ka daed mit jaye, jagat me chai badi balwan  click here

(2) रज़ाईया गद्दा तकिया, इन्हें जाडो में सीया
      rajayiya gadda takiya inhe jado me siya  click here


(1) ओ छोले वाले रे गलियो मे आके शोर किया रे
      O chhole wale re galiyo me aake shor kiya re  click here












Haldi Songs ( हल्दी के गीत )

(1) हल्दी लगाओ रे, तेल चढ़ाओ रे, बन्नी का गोरा बदन दमकाओ रे
      Haldi lagao re Tel chadao re, banni ka gora badan damkao re click here

2)  तन बदन पे हल्दी लगी, हाथ बांधे कंगना, राम जाने कब होगा बन्ना जी से सामना 
      ram jane kab hoga banna ji se samna click here






Sunday, August 17, 2014

Ganesh ji ki kahani - 2 ( Folk Story of ganesh - 2 )

एक बार लक्ष्मी जी और गणेश जी में लड़ाई हो गयी | लक्ष्मी जी बोली मैं बड़ी , गणेशजी बोले मैं बड़ा | तब दोनों ने सोचा इस बात का फैसला पृथ्वी वासी करेंगे | ऐसा सोच कर दोनों पृथ्वी की ओर रवाना हुए |

गणेशजी एक छोटे बच्चे का  रूप धर के एक चुटकी चावल और एक चम्मच में दूध लेकर लोगो से कहते ' कोई मेरे लिए खीर बना दो ',पर किसी ने उनके लिए खीर नहीं बनायीं|

चलते चलते वो एक गाँव पहुंचे | उनको देख एक बुढ़िया को उन पर दया आ गयी | वह बोली " ला बेटा ! मैं तेरी खीर बनाती हू " ऐसा कह कर वह एक छोटी कटोरी ले आई | यह देख बालक बोला " अरे बुढ़िया ! इस कटोरी से क्या होगा !! बड़े बड़े भगोने ला "

बुढ़िया ने ऐसा ही किया | जब बालक  ने उसमे चुटकी के चावल और चम्मच का दूध डालना शुरू किया, तो पूरा भगोना भर गया, पर न तो चुटकी के चावल ख़त्म हों , न ही चम्मच का दूध | इस तरह घर के पूरे बर्तन दूध चावल से भर गए |

गणेश जी ने कहा की " जब खीर बन जाये तो मंदिर का घंटा बजा देना , मैं आ जाऊंगा " तब बुढ़िया ने पूछा " इतनी सारी खीर का मैं क्या करुँगी " तो बालक ने कहा की पूरे गाँव का न्योता दे दो |

इस तरह जब खीर बन गयी तो बुढ़िया गाँव को न्योता देने चली गयी | पीछे से उसकी बहु को भूख लगी | उसने चुपके से एक कटोरे में खीर खा के , झूठा कटोरा चौकी के नीचे सरका दिया |

अब जब बुढ़िया वापस आई तो मंदिर का घंटा बजाती डोले, अरे गणेश बेटा !!  आजा भोग लगा ले | पर गणेश बेटा नहीं आया | जब बहुत देर हो गयी , तब गणेशजी आये | बुढ़िया ने कहा " मै कब से बुला रही हु , तू आया क्यों नहीं " , बालक बोला-" मैं क्या करता , तेरी बहु तो पहले ही भोग लगा चुकी है, न माने तो देख ले चौकी के नीचे झूठा कटोरा रखा है |

फिर सारे गाँव वालो को खिलाने के बाद भी खीर बच गयी तो उसने पूछा इसका क्या करूँ ? तब बालक ने कहा की " इस खीर को घर के चारों कौनो में भगोने को उल्टा मांड दो | बुढ़िया ने ऐसा ही किया | सुबह उठ के देखा की घर में हीरे जवाहरात जगमगा रहे थे |

उधर जब बहुत दिन बीत गये तब लक्ष्मी जी ने सोचा की अब मुझे भी चलना चाहिए| वह एक भिखारिन का रूप धर के उसी गाँव में पहुँची जहाँ गणेश जी रुके थे| उन्होने लोगों से कहा- "कोई मुझे खाना खिला दो", एक आदमी उनके लिए खाना लाया, तो लक्समी जी बोली- "मैं तो अपने बर्तन में ही खाना खाती हूँ" | एसा कह के उन्होने अपने थैले में हाथ डाला और उसमे से चाँदी के थाली , कटोरी , चम्मच निकाली| उसमें खाना खा के वह बर्तन वहीं छोड़ के जाने लगीं| तो आदमी बोला- "माताजी ! अपने बर्तन तो लेती जाओ"| तब लक्ष्मी जी बोली-"भैया! मैं तो जहाँ खाना खाती हूँ, वहीं बर्तन छ्चोड़ देती हूँ"| एसा कह के लक्ष्मीजी वहाँ से आगे चल दी| 

अब तो पूरे गाँव मे खबर फैल गयी की एक भिखारिन है, जो अपने चाँदी के बर्तन वहीं छोड़ देती है जहाँ खाना खाती है| इस तरह पूरे गाँव में उनको खाना खिलाने की होड़ लग गयी| 

जब बुढ़िया को यह बात पता चली तो वह बालक से बोली- मैं तेरी इतने दिनों से सेवा कर रही हूँ, तब तूने मुझे इतना दिया, परंतु वह भिखारिन तो बस एक बार के खाना खिलाने से इतना दे के जाती है|

गणेश जी समझ गये हो न हो ये लक्ष्मी जी हैं| आते ही, एक ही दिन में मेरी महीनो की महनत पर पानी फेर दिया| सारे भक्तों को अपने धन का लालच देकर अपने वश में कर लिया| सोचते हुए जल्दी से सुंड हिलाते हुए चले| आगे आगे लक्ष्मीजी, पीछे पीछे गणेश जी चले| उनको देख कर सब लोगों ने कहा - लक्ष्मीजी बड़ी हैं|  






Saturday, August 16, 2014

बचपन की यादें ( Childhood memories) बचपन के गीत

(6)


अककड़ बक्कड़ बम्बे बो
अस्सी नब्बे पूरे सौ
सौ में लगा धागा
चोर निकल के भागा
राजा की बेटी सोती थी
फूल माला पोती थी
धम धम धम
चाय गरम चाय गरम
पीने वाला बेशरम
गिल्ली डंडा खेलेंगे
डंडा गया खेत में
गिल्ली गयी----पेट में


(5)


उपर पंखा चलता है
नीचे नमन सोता है

सोते सोते भूख लगी

खाले नमन मूँगफली

मूँगफली में दाना नही

हम तुम्हारे नाना नहीं
नाना गये दिल्ली
दिल्ली से लाया दो बिल्ली
एक बिल्ली कानी
सब बच्चों की नानी
नानी गयी बाज़ार
बाज़ार से आलू
पीछे पड़ गया.....भाआआआलू
गिल्ली डंडा खेलेंगे
डंडा गया खेत में
गिल्ली गयी-------पेट में..


(4)


पोशम पा भई पोशम पा
डाकिये ने क्या किया

सौ रुपये की घड़ी चुराई

अब तो जेल में जाना पड़ेगा

जेल की रोटी खानी पड़ेगी

जेल का पानी पीना पड़ेगा
अब तो जेल में---जाना ही पड़ेगाआआआ


(3)


आम लेलो
सुपर सेलो

कच्चा धागा

ज़ोर लगा के

दस पत्ते तोड़े

एक पत्ता कच्चा
हिरण का बच्चा
हिरण गया पानी में
पकड़ा उसकी नानी ने
नानी गयी लंदन
लंदन से लाई कंगन
कंगन गया टूट
हम गये रूठ
हमने पिया जूस
जूस थी खराब
हमने पी शराब
शराब थी कच्ची
हमने खाई मच्ची
मच्ची में काँटा
मम्मी ने मारा चाँटा
चाँते में से निकला खून
हमने किया टेलीफून
टेलीफून में तार नहीं
हम तुम्हारे यार नहीं
यार गया दिल्ली
दिल्ली से लाया बिल्ली
बिल्ली ने मारा पंजा
पान वाला गंजा
गिल्ली डंडा खेलेंगे
डंडा गया खेत में
गिल्ली गयी-------पेट में..


(2)


एक दो तीन
गुड्डे की मशीन
गुड्डा गया दिल्ली
दिल्ली से लाया दो बिल्ली
एक बिल्ली कानी
सब बच्चों की नानी
नानी गयी बाज़ार
बाज़ार से आलू
पीछे पड़ गया.....भाआआआलू

(1)


रिंगा रिंगा रोज़स
पॉकेट फुल ओफ पोज़स
यस सर यस सर
यू फॉल डाउन





Banni Songs ( बन्नी गीत )

(17) छज्जे छज्जे बन्नी डोले, नीचे केश सुख़ाओ, रंग बरसेगो
        chajje chajje banni dole, niche kesh sukhao, rang barsego click here

(16) नल से न भीगो लाडली पोशाक भीग़ेगी
         nal se na bhigo ladli poshak bhigegi click here

(15) बार बार तोहे क्या समझाउ, सुन बन्नी नादान
        bar bar tohe kya samjhau, sun banni nadan click here

(14) तखत उपर खड़ी बन्नी अरज बाबा से करती है
         takhat upar khadi banni araj baba se karti hai click here

(13) ओ बन्ने टीका बिके टीका ले दो अपनी दादी को बेच टीका ले दो
        o banne tika bike tagdi le do click here

(12)छोटी सी मेरी लाडली अंगना में खेले रे हंस कर बाबा ने गोद मे उठाया रे
       Chhoti si meri laadli angna me khele re click here

(11) छोटी सी बन्नी लाड़ली फोटो पे मचल गयी रे
        chhoti si banni laadli fotu pe machal gayi re click here

(10) मान जा रे बनडे बराबर लड़ूंगी, दिल्ली के हाईकोर्ट में दावा करुँगी
         maan ja re bande barabar ladungi click here

(9) तन बदन पे हल्दी लगी, हाथ बांधे कंगना, राम जाने कब होगा बन्ना जी से सामना 
       ram jane kab hoga banna ji se samna click here

(8) लाडो मेरी अजब से रूठी, लाडो को वर कैसे मिले
      Lado meri ajab se ruthi lado ko var kese mile click here
    
(7)अंदर से बन्नी आ गयी जूड़े को कसते कसते, बाहर से बन्ना आ गया टाई को कसते कसते|
     Andar se banni aa gayi jude ko kaste kaste click here

(6) एसे बन्ने से कौन प्यार करे, चलती बन्नी से छेड़छाड़ करे
      Ese banne se kon pyar kare, chalti banni se chedchad kare click here

(5) दुल्हा दुल्हन की जोड़ी निराली, देखो लागे नज़र ना
  Dulha Dulhan ki Jodi Nirali click here

(4) बन्नी ससुराल घर जाना, कर के नियम पालन बहूरानी कहलाना
      Banni Sasural ghar jana click here

(3) मुबारक हो सबको, समा ये सुहाना, बन्नी तुमको दुनिया नयी है बसाना
      Mubarak ho sabko, sama ye suhana click here

(2) बन्ने से बन्नी जयमाल पे झागड़ी, क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
       Banne se banni, jaymal pe jhagdi click here


(1) उठो बन्नी सजो बन्नी , तुम्हे ससुराल जाना है
      Utho banni, sajo banni, tumhe sasural jana hai  click here

        


Thursday, August 14, 2014

Banna Songs ( बन्ना गीत )







6)बन्ना ले आया बन्नी भोला बन के, भोला बन के अरे शिवजी बन के





1) सब्जी मंडी, हवा चली ठंडी ,आजा प्यारी बन्नी रे , अटरिया सूनी पड़ी |
    Sabji mandi hawa chali thandi,  Aaja pyari banni re, atariya suni padi click here




Wednesday, August 6, 2014

(1) उठो बन्नी सजो बन्नी , तुम्हे ससुराल जाना है (Utho banni, sajo banni, tumhe sasural jana hai )


        उठो बन्नी सजो बन्नी , तुम्हे ससुराल जाना है,
        उठो बन्नी सजो बन्नी , तुम्हे ससुराल जाना है,

१)    तेरे बाबा हजारी ने नगर सारा बुलाया है,
       तेरे ताऊ हजारी ने नगर सारा बुलाया है |
       तेरी दादी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है,
       तेरी ताई के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है |

२)   तेरे पापा हजारी ने नगर सारा बुलाया है,
      तेरे चाचा हजारी ने नगर सारा बुलाया है |
      तेरी मम्मी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है,
      तेरी चाची के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है|

३)  तेरे भाईया  हजारी ने नगर सारा बुलाया है,
     तेरे जीजा हजारी ने नगर सारा बुलाया है|
     तेरी भाभी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है,
     तेरी जीजी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है|

४) तेरे नाना हजारी ने नगर सारा बुलाया है,
     तेरे मामा हजारी ने नगर सारा बुलाया है|
     तेरी नानी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है,
     तेरी मामी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है|

५) तेरे फूफा हजारी ने नगर सारा बुलाया है,
     तेरे मोसा हजारी ने नगर सारा बुलाया है|
     तेरी बुआ के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है,
     तेरी मोसी के जीवन में ये शुभ दिन आज आया है|