Tuesday, September 30, 2014

(14) कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के (kabhi durga ban ke kabhi kali ban ke chali aana)

कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के
चली आना मईया जी चली आना

१) तुम सीता रूप में आना
रामा को साथ ले आना
हनुमत साथ ले के, धनुष हाथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
कभी दुर्गा....

२) तुम राधा रूप में आना
कृष्णा को साथ ले आना
दाउ साथ ले के, बंसी हाथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
कभी दुर्गा....

३) तुम गौरा रूप में आना
भोला को साथ ले आना
नंदी साथ ले के, डमरू हाथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
कभी दुर्गा....

४) तुम लक्ष्मी रूप में आना
विष्णु को साथ ले आना
गरुण साथ ले के, चक्र हाथ ले के
चली आना मईया जी चली आना
कभी दुर्गा....



(13) ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के (ye gotedar chunri nikli maa odh ke)

ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के
मेरे घर आई मईया मंदिर को छोड़ के

१) ब्रम्‍हा भी आए विष्णु भी आए-२
लक्ष्मी भी आई मईया चुनरी को ओढ़ के
ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के

२) राम भी आए लक्ष्मण भी आए-२
सीता भी आई मईया चुनरी को ओढ़ के
ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के

३) कृष्णा भी आए दाउ भी आए-२
राधा भी आई मईया चुनरी को ओढ़ के
ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के

४) शंकर भी आए गणपति भी आए-२
गौरा भी आई मईया चुनरी को ओढ़ के
ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के

५) दुर्गे भी आए मईया कैला भी आई-२
नौ बहनें आई संग चुनरी को ओढ़ के
ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के



(12) तुम्ही मेरी मैया, तुम्ही दुर्गे रानी (tumhi meri maiya tumhi durge rani)

तुम्ही मेरी मैया, तुम्ही दुर्गे रानी
तुम्ही प्रेरणा हो, तुम्ही प्रेरणा हो
कुछ तो बता दो मेरी माँ भवानी
छिपी तुम कहाँ हो, छिपी तुम कहाँ हो
तुम्ही मेरी मैया....

१) तुम्ही मेरी नयनों की ज्योति हो मैया
तुम्ही मेरी नईया, तुम्ही हो खिवाइया
मैं काठ का एक नन्हा सा पुतला
तुम्ही प्राण मेरे तुम्ही चेतना हो
तुम्ही मेरी मैया....

२) तुम्ही जिंदगी माँ तुन्ही दिल की धड़कन
तुम्ही साज़ मईया, तुम्ही स्वर की सरगम
तुम्ही तो बसी हो भजनों में मेरे
संगीत तुम हो तुम्ही वेदना हो
तुम्ही मेरी मैया....

३) खिले फूल मन के जो तुम मुस्कुरा दो
आ जाए निंदिया, जो लॉरी सुना दो
एक बार आकर, ज़रा मुझसे कह दो
बेटे हो मेरे तुम्ही आत्मा हो
तुम्ही मेरी मैया....


Monday, September 29, 2014

(11) मैया तेरे चरणों की, रज धूल जो मिल जाए ( maiya tere charno ki, raj dhool jo mil jaye)

मैया तेरे चरणों की, रज धूल जो मिल जाए
सच कहती हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए
मैया तेरे चरणों की....

१) सुनते है तेरी रहमत, दिन रात बरसती है-२
एक बूँद जो मिल जाए, मन की कली खिल जाए
मैया तेरे चरणों की....

२) ये मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ
जितना इसे समझाउँ, उतना ही मचलता है
मैया तेरे चरणों की....

३) नज़रों से गिराना ना, चाहे जितनी सज़ा देना
नज़रों से जो गिर जाए, मुश्किल ही सम्भल पाए
मैया तेरे चरणों की....

४) मैया इस जीवन में, बस एक तमन्ना है
तुम सामने हो मेरे, मेरा दम ही निकल जाए
मैया तेरे चरणों की....


(10) मेरी छोटी सी गौरा, बनेगी दुल्हनिया (meri chhoti si goura, banegi dulhaniya)

मेरी छोटी सी गौरा, बनेगी दुल्हनिया
ब्याहने आएँगे भोले बाबा, ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा
ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा

१) सोलह श्रांगार मेरी गौरा करेगी
हल्दी लगेगी और मेहंदी लगेगी
गौरा के होठों पे झूमे नथनिया
और झूमेंगे भोले बाबा, ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा
ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा

२) भोले के घर जब जाएँगी गौरा
होंठ हसेंगे पर रोएंगे नैना
फूलों की डोली मे गौरा को बिठा के
ले जाएँगे भोले बाबा, ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा
ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा

३) अंगना मे मेरी गौरा पैर न धरेगी
फूलों की सेज पे गौरा राज करेगी
फूलों की सेजों पे गौरा को बिठा के
वो झूमेंगे भोले बाबा, ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा
ब्रम्‍हा विष्णु बजाएँगे बाजा


meri chhoti si goura, banegi dulhaniya
byahne aayenge dulhe raja, bramha vishnu bajayenge baja
bramha vishnu bajayenge baja

1) solah shringar meri goura karegi

haldi lagegi aur mehandi lagegi
goura ke hotho pe jhume nathaniya
aur jhumenge bhole baba, bramha vishnu bajayenge baja
bramha vishnu bajayenge baja

2) bhole ke ghar jab jayegi goura

hoth hasenge par royenge naina
foolo ki doli me goura ko bhaitha ke 
le jayenge bhole baba, bramha vishnu bajayenge baja
bramha vishnu bajayenge baja

3) angna me meri goura pair na dhregi

foolo ki sej pe goura raaj karegi
foolo ki sej pe goura ko baitha ke
vo jhoomenge bhole baba, bramha vishnu bajayenge baja
bramha vishnu bajayenge baja


Thursday, September 25, 2014

(9) अमीर चले आए, ग़रीब चले आए (amir chale aaye, garib chale aaye)

अमीर चले आए, ग़रीब चले आए
मैया तेरे दर पे फकीर चले आए

१) दुनिया भर की हूँ मैं दुखियारी
मैया आई हूँ शरण तुम्हारी
मेरी विनती सुनो शेरों वाली, लाटो वाली
अमीर चले आए...

२) लाखों की बिगड़ी तुमने पल भर में बनाई
फिर मेरी बारी कहाँ देर लगाई
मेरे संकट हरो मेरे संकट हरो मेरे
शेरों वाली, लाटो वाली
अमीर चले आए...

३) मेरी बीच भंवर मे है नैया
जिसका दिखे न कोई खिवयिया
मुझको पार करो शेरो वाली लाटो वाली
अमीर चले आए...

४) तेरे चरणों की दासी बनूँगी
तेरे मंदिर को झाड़ा करूँगी
मुझे दर्शन दो मुझे दर्शन दो
शेरो वाली लाटो वाली
अमीर चले आए...

५) तेरे दर पे खड़े नर नारी
पट खोल दर्शन देदो शेरो वाली
मेरी झोली भरो, शेरो वाली लाटो वाली
अमीर चले आए...

(8) मैया तेरी ज्योति से मेरे घर में उजाला है (maiya teri jyoti se mere ghar me ujala hai)

मैया तेरी ज्योति से मेरे घर में उजाला है
दुनिया वाले क्या जाने, मेरा रिश्ता पुराना है

१) बागों में ढूँढा है, तुम्हें कलियों में पाया है
लाल लाल फूलों में मेरी माँ का बसेरा है
मैया तेरी ज्योति से...

२) ताजों में ढूँढा है, तुम्हें साड़ी में पाया है
लाल लाल साड़ी में मेरी माँ का बसेरा है
मैया तेरी ज्योति से...

३) कुओं में ढूँढा है, तुम्हे गगरी में पाया है
कोरे कोरे कलशो में मेरी माँ का बसेरा है
मैया तेरी ज्योति से...

४) महलों में ढूँढा है तुम्हे भवनों में पाया है
भक्तों के हृदय में मेरी माँ का बसेरा है
मैया तेरी ज्योति से...

(7) ओ शेरों वाली अंबे, आँचल में तू छिपा ले (O sheron vali ambe, aanchal me tu chhipa le)


ओ शेरों वाली अंबे, आँचल में तू छिपा ले
आँखो के बहते आँसू, अब बन गये हैं नाले
ओ शेरों वाली अंबे...

१) ये जीवन जो तूने दिन्हा, एहसान मुझ पे किन्हा
ये जिंदगी दुखों की, किसके करूँ हवाले
ओ शेरों वाली अंबे

२) तेरे दर के हम भिखारी, सुनले ओ चक्रधारी
मेरी डूबती है नैया, आकर इसे बचाले
ओ शेरों वाली अंबे

३) रो रो मेरी मैया, तुझसे बिछड़ न जाउँ
इस से अच्छा है, मेरी जिंदगी उठा ले
ओ शेरों वाली अंबे

(6) मेरी बिगड़ी बना दे भवानी, तेरा होगा बड़ा उपकर है (meri bigdi bana de bhavani, tera hoga bada upkar hai)

मेरी बिगड़ी बना दे भवानी, तेरा होगा बड़ा उपकर है
दिखता अब नहीं है किनारा, मेरी नैया पड़ी मझधार है

१) जब से तेरी याद सताई, लाखो कष्ट उठाए हैं,
न जानूं इस जीवन अंदर, कितने पाप समाए हैं,
शर्मिंदा हूँ मैं तुझसे भवानी, माफ़ कर दो मुझे एक बार है
दिखता...

२) माया मोह में पद कर मैया, ये भी ना मैं जान सका,
कौन है अपना कौन पराया, ये भी ना पहचान सका,
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...

३) अब बीती सो बीती मैया, बाकी उमर संभालूँगा
भक्ति भाव से बँधा भवानी, तुझमें ध्यान लगाउँगा
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...


माता रानी भजन ( Mata Rani Bhajan )





16) 
भक्तो को दर्शन दे गई रे एक छोटी सी कन्या
Bhakto ko darshan de gayi re
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(15)हे माँ मुझको एसा घर दो, जिसमे तुम्हारा मंदिर हो
        Hey maa mujhko esa ghar do, jisme tumhara mandir ho  Click Here

(14) कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के
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(13) ये गोटेदार चुनरी निकली माँ ओढ़ के
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(12) तुम्ही मेरी मैया, तुम्ही दुर्गे रानी
         tumhi meri maiya tumhi durge rani   click here

(11) मैया तेरे चरणों की, रज धूल जो मिल जाए
        maiya tere charno ki, raj dhool jo mil jaye   click here

(10) मेरी छोटी सी गौरा, बनेगी दुल्हनिया
         meri chhoti si goura, banegi dulhaniya  click here

(9) अमीर चले आए, ग़रीब चले आए
       amir chale aaye, garib chale aaye  click here

(8) मैया तेरी ज्योति से मेरे घर में उजाला है
       maiya teri jyoti se mere ghar me ujala hai  click here

(7) ओ शेरों वाली अंबे, आँचल में तू छिपा ले
      O sheron vali ambe, aanchal me tu chhipa le  click here

(6) मेरी बिगड़ी बना दे भवानी, तेरा होगा बड़ा उपकर है
       meri bigdi bana de bhavani, tera hoga bada upkar hai   click here

(5) मैं तो लाई हूँ दाने अनार के, मेरी मैया के नौ दिन बहार के
   main to layi hu daane anaar ke, meri maiya ke nou din bahaar ke  click here

(4) भक्तों फूल बरसाओ, मेरी मैया जी आई है
   bhakto fool barsao, meri maiya ji aayi hai  click here

(3)  कभी फुरसत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना
       kabhi fursat ho to jagdambe, nirdhan ke ghar bhi aa jana  click here

(2) झिलमिल सितारों का मंदिर होगा, मैया का भवन अति सुंदर होगा
       jhilmil sitaro ka mandir hoga, maiya ka bhavan ati sundar hoga  click here

(1) धीर धरो भक्तों सबर करो रे, बाज रही पायल अम्बे आ रही रे
     dheer dharo bhakto sabar karo re, baaj rahi payal ambe aa rahi re

     धीर धरो भक्तों सबर करो रे----2
  बाज रही पायल अम्बे आ रही रे

1)मैया के द्वारे एक अँधा पुकारे

  मैया ओ मैया वो कहके पुकारे
  अंधे को नैना मैया दे रही रे----2
  बाज रही पायल अम्बे आ रही रे

2)मैया के द्वारे एक निर्धन पुकारे

  मैया ओ मैया वो कहके पुकारे
  निर्धन को माया मैया दे रही रे----2
  बाज रही पायल अम्बे आ रही रे

3)मैया के द्वारे एक कोढ़ी पुकारे

  मैया ओ मैया वो कहके पुकारे
  कोढ़ी को काया मैया दे रही रे----2
  बाज रही पायल अम्बे आ रही रे|





Wednesday, September 24, 2014

(5) मैं तो लाई हूँ दाने अनार के (main to layi hu daane anaar ke)

मैं तो लाई हूँ दाने अनार के
मेरी मैया के नौ दिन बहार के

१) टैंट वाले तेरा क्या जाएगा-२

मेरी मैया का पंडाल बन जाएगा
मैं तो लाई हूँ....

२) हलवइया तेरा क्या जाएगा-२

मेरी मैया का भोग बन जाएगा
मैं तो लाई हूँ....

३) कपड़े वाले तेरा क्या जाएगा-२

मेरी मैया का चोला बन जाएगा
मैं तो लाई हूँ....

४) सोने वाले तेरा क्या जाएगा-२

मेरी मैया का हरवा बन जाएगा
मैं तो लाई हूँ....

५) फूल वाले तेरा क्या जाएगा-२

मेरी मैया का श्रन्गार बन जाएगा
मैं तो लाई हूँ....


(4) भक्तों फूल बरसाओ, मेरी मैया जी आई है ( bhakto fool barsao, meri maiya ji aayi hai)

भक्तों फूल बरसाओ, मेरी मैया जी आई है
मेरी कैला जी आई है
कोयल मीठे बोल गाओ, भवानी कैला आई है
भवानी मैया जी आई है

१) लगी थी आस सदियों से, हुए हैं आज वो दर्शन
निभाए आज वायदे को, पधारी है माता पावन
मेरे सब कष्ट हरने को माँ नंगे पैर आई है
माँ नंगे पैर आई है
भक्तों फूल....

२) करूँ कैसे तेरी पूजा, न मन फूला समाता है
कहाँ जाउँ किधर देखु, समझ में कुछ न आता है
मुझे रंग अपने में रंगकर बढ़ाने मान आई है
बढ़ाने मान आई है
भक्तों फूल....

३) ना चाहिए मुझको धन दौलत, मैं तेरी भक्ति चाहता हूँ
मेरे सिर पर हो तेरा हाथ, ये वरदान चाहता हूँ
अधम मुझ नींच पापी का, करने उद्धार आई है
करने उद्धार आई है
भक्तों फूल....



(3) कभी फुरसत हो तो जगदम्बे निर्धन के घर भी आ जाना (kabhi fursat ho to jagdambe, nirdhan ke ghar bhi aa jana)

कभी फुरसत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना
जो रूखा सूखा दिया हमें उसका तुम भोग लगा जाना
कभी फुरसत.....

१) न छत्र बना सका सोने का, न चुनरी घर मेरे तारों जड़ी
न लड्डू बर्फी मेवा है, माँ बस श्रद्धा है नैन बिछाए खड़ी
इस श्रद्धा की रख लो लाज हे माँ, मेरी अर्जी को न ठुकरा जाना
कभी फुरसत हो तो....

२) जिस घर के दिए में तेल नहीं, तेरी ज्योति जगाउँ मैं कैसे
मेरा खुद ही बिछौना धरती पर, तेरी चौकी सज़ाउँ मैं कैसे
जहाँ मैं बैठा हूँ वहीं बैठ के माँ, बच्चों का दिल बहला जाना
कभी फुरसत हो तो....

३) तुम भाग्य बनाने वाली हो और मैं तकदीर का मारा हूँ
हे दाती सम्भालो भिखारी को, आख़िर तेरी आँख का तारा हूँ
मैं दोषी तू निर्दोष है माँ, मेरे दोषों को तू भुला जाना
कभी फुरसत हो तो....



(2)झिलमिल सितारों का मंदिर होगा, मैया का भवन अति सुंदर होगा (jhilmil sitaro ka mandir hoga, maiya ka bhavan ati sundar hoga)

झिलमिल सितारों का मंदिर होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
एसा सुंदर मंदिर मेरी मैया का होगा
झिलमिल सितारों का मंदिर होगा

१) मैया के भवन को अपने हाथों से सजाएँगे
बेला भी लगाएँगे चमेली भी लगाएँगे
फूलों से महकता मंदिर होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...

२) मैया के मुखड़े को अपने हाथों से सजाएँगे
बिंदिया भी लगाएँगे, कजरा भी लगाएँगे
माँग में चमकता टीका होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...

३) मैया के हाथों को अपने हाथों से सजाएँगे
चूड़ीयाँ भी पहनाएँगे, महंदी भी लगाएँगे
हाथों में चमकता त्रिशूल होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...

४) मैया के गले को अपने हाथों से सजाएँगे
हारवा भी पहनाएँगे, नेक्लेस भी पहनाएँगे
हरवे में चमकता हीरा होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...

५) मैया के पैरों को अपने हाथों से सजाएँगे
पायल भी पहनाएँगे, महावर भी लगाएँगे
पायल में खनकता रुनझुन होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...

६) मैया के अंगों को अपने हाथों से सजाएँगे
लहंगा भी पहनाएँगे, चुनरी भी ओढ़ाएँगे
लहँगे में चमकता गोटा होगा
मैया का भवन अति सुंदर होगा
झिलमिल...


(1) आए बैठे कौशल्या की गोद, राम चंद दूल्हा बने (aaye baithe koushalya ki god, ram chand dulha bane)


आए बैठे कौशल्या की गोद, राम चंद दूल्हा बने|
आए बैठे कौशल्या की गोद, राम चंद दूल्हा बने|

1) शीष बन्ने के सहरा सोहे----2

कलंगी पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

2) गल बन्ने के तोरा सोहे----2

लड़ियों पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

3) हाथ बन्ने के कंगना सोहे-----2

मेहन्दी पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

4) अंग बन्ने के जामा सोहे-----2

पटके पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

5) संग बन्ने के काबुल की घोड़ी-----2

चाबुक पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

6) संग बन्ने के जनक दुलारी-----2

जोड़ी पे नाच रहे मोर, राम चंद दूल्हा बने|

(2) देख सखी राम बने सिया के बन्ना (dekh sakhi ram bane siya ke banna)


देख सखी राम बने सिया के बन्ना
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

1) सिर राम के मोहर विराजत
मुख फूलन का सहरा
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

2) तिलक भाल और नयन कटीले
सुंदर सोहत कजरा
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

3) हाथ राम के मेहन्दी सोहे
और सोहे रे कंगनवा
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

4) टन सोहत केसरिया जामा
गल मोतियन की लाड़िया
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

5) संग राम के घोड़ी सोहे
और सोहे चारों भइया
देख सखी राम बने सिया के बन्ना

6) आज बना है भाग्य हमारा
गाएँ सब मिल सखियाँ
देख सखी राम बने सिया के बन्ना  

(3) राम आए जनकपुर की गलियन में (ram aaye janakpur galiyan me)


राम आए जनकपुर की गलियन में
दर्शन करने को नर नारी आने लगे
राम आए जनकपुर की गलियन में

१) वो तो छज्जे पे चढ़ चढ़ के गाने लगी फूल माला लिए खुले हथियन (हाथों) मेंराम आए जनकपुर की गलियन में

२) प्रभु को अतर (इत्र) फुलौना लगाने लगेखूब खुश्बू थी उनकी कलियन(कलियों) मेंराम आए जनकपुर की गलियन में

३) दर्शन करके सखी सब महल को गयीप्रभु की मूरत समा गयी अखियन मेंराम आए जनकपुर की गलियन में

४) राजा जनक मन में सोचन लगेकैसा सुघड़ सलौना ये राम ललाराम आए जनकपुर की गलियन में

५) सारा जनकपुर एसा सज़ाजैसा चंदा बीच तारों की लड़िया पड़ीराम आए जनकपुर की गलियन में

(4) जनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम (janakpur jagmag hove ri, janki byahan aaye ram)


जनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम
जानकी ब्याहन आए राम, जानकी ब्याहन आए राम
जनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम

१) काहे के चार कलश धरे हैं, कौन सिया ब्याहन आयजनकपुर कोवर (आरती) होवे री, जानकी ब्याहन आए रामजनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम

२) चाँदी के चार कलश धरे हैं, मुतियन बंदरबारसोने के चार कलश धरे हैं, राम सिया ब्याहन आएजनकपुर नौवत (ढोल नगाड़े) बाजे री, जानकी ब्याहन आए रामजनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम

३) दान मल दिन्हा, दहेज मल दिन्हा, दिन्हा नौलख हारसेवा करन को जानकी दी हैं, सुनियों दशरथ कुमारसगुन इनको बतलाओ जी, जानकी ब्याहन आए रामजनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम

४) धन्य राजा जनक, धन्य सुनैना, धन्य पुरवासी लोगमंगल में ये अजब जनकपुर, राम सिय भांवर होयमगन सब लोग होवे री, जानकी ब्याहन आए रामजनकपुर जगमग होवे री, जानकी ब्याहन आए राम

(5) जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो (janakpur ye tumhe raghuvar mubarak ho)


जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो
घड़ी सहरे की ये रघुवर, मुबारक हो मुबारक हो

१) विवाहन राम आए है अयोध्या से जनकपुर में-२
सिया एसी दुल्हन तुमको, मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो

२) जनक के हौसले निकले, करें सम्धौर दशरथ से
दशरथ जनक से समधी, मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो

३) बलैइयाँ लेने को आई, छोटी साली बड़ी साली
तुम्हे मिलकर खुशी होना, मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो

४) हज़ारों बरस के अरमान, नेग के आज ही निकले
बरती को नेग का मिलना, मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर ये तुम्हे रघुवर मुबारक हो, मुबारक हो

(6) देखो री जनकपुर आनंद छाया है ( dekho ri janakpur anand chaya hai)


देखो री जनकपुर आनंद छाया है
सुख का सागर उमड़ता आया है
आज सिया नव साज़ कियो है
की वार रघुनंदन ब्याहन आयो है
देखो री जनकपुर आनंद छाया है


१) आज सुनैना जी फूली न समाती
की सुंदर सुघड़ जमाई पाया है
आज सभी सखियाँ बलि बलि जाए
प्रभु ने सुंदर जोड़ा बनाया है

२) आज बहुत पुलकित सिय मन में
मान भावन साजन जो पाया है
जनक राज मन सुख न समावे 
जिन्होने ये मंगल साज़ सहाया है

३) मुबारक हो सबको मनोहर जोड़ी
की राजों ने खुश होके मंगल गया है
देखो री जनकपुर आनंद छाया है
सुख का सागर उमड़ता आया है

(7) सिया सजना को देख भुलाय गयी रे ( siya sajna ko dekh bhulay gayi re)


सिया सजना को देख भुलाय गयी रे
कोटि मनोज लजावन हारे
नख सिख निरख ठगाय गयी रे

१) माथे मणि मौर तिलक श्रुति कुंडल
अलिखें चित ही चुराय गयी रे
सिया सजना को देख भुलाय गयी रे

२) खंजन नयन बदन विधु आनन
चितवन जादू चलाय गयी रे
सिया सजना को देख भुलाय गयी रे

३) दन्दिम दर्शन अधर अरुनारे
मसकन छवि मन भाय गयी रे
सिया सजना को देख भुलाय गयी रे

४) अंग अंग लसत विवाह विभुसन
शोभा द्रगन समाज़ी गयी रे
सिया सजना को देख भुलाय गयी रे

५) हम सिया संग अवधपुर जाइवे
गिरधर प्रभु पे बिकाय गयी रे
सिया सजना को देख भुलाय गयी रे

(8) दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी ( dulha bane hai shri ram, dulhan janak kishori)



१) राम जी के सोहे पीला पीताम्बर
सीता जी के पीत पिछौरा, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

२) कनक कलश धर देत भांवरी
सखियन मंगल चार करो री, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

३) इत वशिष्ट उत सतानंद
वंश प्रशन्श करत दौ री, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

४) इत ते अवधपुर, उत ते जनकपुर
बीच में सरयू लेत हिलौरी, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

५) स्वर्ण खंभ के मंडप सजे हैं
दौनो की छव जैसे चंदा चकौरी, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

६) सुर नर मुनि सब देख हर्षावे
चहूँ दिश जै जै कार भयो री, ओ दुल्हन जनक किशोरी
दूल्हा बने है श्री राम दुल्हन जनक किशोरी

(1) जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की (Janki jharokha jhanke nandini janak ki)



जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की
चार सखी आगे पीछे फूलन की माला साजे
बीच में शोभा देती नंदिनी जनक की

1) देख रघुनाथ शोभा सिया जी का मन लोभा
एक टक गड़ी जैसे पुतली कनक की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

2) एक तो है कोमल गात दूजी करे पिता से बात
छोड़ दो पिताजी प्रण धनुष तोड़ने की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

3) सिया जी की कैसी माया कोई नहीं जान पाया
शिवजी की धनुईया जैसी बालक खिलन की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

4) राम जी है भारी नील सिया अति गोरी गोरी
रामजी नगीना सिया सुंदरी कनक की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

5) दोनों की पुरानी प्रीत यह तो भई लोक रीत
हिय में समायी छवि युगल चरण की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

6) चहु दिशि धूम मची आनंद बधाई बजी
कौन सराहे छवि भैया रे लखन की
जानकी झरोखा झांके नंदिनी जनक की

(2) सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना (Siya JI ka baag suhana raghav andar na aana)



सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना
अंदर न आना राघव अंदर न आना
ये है बगीचा जनाना राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना

1) भांति भांति के पुष्प खिले हैं-2
इनपे नज़र न लगाना, राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना

2) अष्ट सखियाँ संग सियाजी विहार-2
अब हो जाओ यहाँ से रवाना राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना

3) जो सखियाँ तुम्हे देखेंगी राघव-2
सिया को मारेंगी ताना राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना

4) इन पुष्पों को हाथ न लगाना-2
वरना भरना पड़ेगा जुरमाना, राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना

5) जो राघव तुम्हे अंदर है आना-2
तो पहनो साडी जनाना राघव अंदर न आना
सिया जी का बाग़ सुहाना, राघव अंदर न आना