बन्ने से बन्नी जयमाल पे झागड़ी
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
१) ज़रा धीरे धीरे बोल , बाराती सुन लेंगे,
ज़रा होले होले बोल , मेरे साथी सुन लेंगे |
फेरों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी
अरे फेरों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी |
बन्ने से बन्नी फेरों पे झागड़ी
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
2) अरे पंडित सुन लेगा, बदनामी हो जाएगी,
मेरी अम्मा सुन लेंगी, तेरी छुत्ती हो जाएगी,
सेजों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी
अरे सेजों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी |
सेजों पे बन्नी बन्ने से झगड़ी
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
३) अभी रात भी आधी है, और बात भी बाकी है
कम समय है सोणिये, और काम बहुत से है,
दो साल में ला दूँगा , सोने की तगड़ी,
दो साल में ला दूँगा , सोने की तगड़ी,
दो साल गये बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अब तो लादो जी सोने की तगड़ी,
अरे बैईमान मूज़े लादे सोने की तगड़ी |
४) तेरा मुन्ना सुन लेगा, मेरी मुन्नी सुन लेगी,
ये शोर मचाएँगे, तू सो ना पाएगी,
अब भूल जा जाने जा, सोने की तगड़ी,
अब भूल जा जाने जा , सोने की तगड़ी |
मैं माएके जाती हू, एक राज बताती हू
मेरा एक पड़ोसी है, चंदा सी ज्योति है
वो मेरे दिल का राजा है, शहनाई बाजा है,
मुझे प्यार वो करता है, हाँ जान से मरता है
उसी से ले लूँगी सोने की तगड़ी,
उस से हे ले लूँगी , सोने की तगड़ी
मैं माएके जाती हू, सम्भालो पगड़ी
५) ले हट मांगतानी तगड़ी, ये हीरो वाली तगड़ी
चाँदी की कटोरी लेले, तू पूरी तिजोरी लेले,
सोफा कुर्सी भी लेले, बंगला कोठी भी लेले,
कुर्ता लूँगी भी लेले, तू जान भी मेरी लेले,
बस इतना कह दे री, तू मेरी है मेरी,
बस इतना कह दे री, तू मेरी है मेरी
ख़तरे मैं पड़ी पगड़ी तो देडी पिया ने तगड़ी
वो झूठ था सब राजा, मैं तेरी हू तेरी,
तेरी सोगंध खाती हू, मैं तेरी हू तेरी.
तेरी सोगंध खाती हू, मैं तेरी हू तेरी.
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
१) ज़रा धीरे धीरे बोल , बाराती सुन लेंगे,
ज़रा होले होले बोल , मेरे साथी सुन लेंगे |
फेरों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी
अरे फेरों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी |
बन्ने से बन्नी फेरों पे झागड़ी
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
2) अरे पंडित सुन लेगा, बदनामी हो जाएगी,
मेरी अम्मा सुन लेंगी, तेरी छुत्ती हो जाएगी,
सेजों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी
अरे सेजों पे दे दूँगा तुझे सोने की तगड़ी |
सेजों पे बन्नी बन्ने से झगड़ी
क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
तू क्यू नही लाया रे सोने की तगड़ी,
अरे क्यू नही लाके दी मुझे सोने की तगड़ी|
३) अभी रात भी आधी है, और बात भी बाकी है
कम समय है सोणिये, और काम बहुत से है,
दो साल में ला दूँगा , सोने की तगड़ी,
दो साल में ला दूँगा , सोने की तगड़ी,
दो साल गये बन्नी बन्ने से झगड़ी,
अब तो लादो जी सोने की तगड़ी,
अरे बैईमान मूज़े लादे सोने की तगड़ी |
४) तेरा मुन्ना सुन लेगा, मेरी मुन्नी सुन लेगी,
ये शोर मचाएँगे, तू सो ना पाएगी,
अब भूल जा जाने जा, सोने की तगड़ी,
अब भूल जा जाने जा , सोने की तगड़ी |
मैं माएके जाती हू, एक राज बताती हू
मेरा एक पड़ोसी है, चंदा सी ज्योति है
वो मेरे दिल का राजा है, शहनाई बाजा है,
मुझे प्यार वो करता है, हाँ जान से मरता है
उसी से ले लूँगी सोने की तगड़ी,
उस से हे ले लूँगी , सोने की तगड़ी
मैं माएके जाती हू, सम्भालो पगड़ी
५) ले हट मांगतानी तगड़ी, ये हीरो वाली तगड़ी
चाँदी की कटोरी लेले, तू पूरी तिजोरी लेले,
सोफा कुर्सी भी लेले, बंगला कोठी भी लेले,
कुर्ता लूँगी भी लेले, तू जान भी मेरी लेले,
बस इतना कह दे री, तू मेरी है मेरी,
बस इतना कह दे री, तू मेरी है मेरी
ख़तरे मैं पड़ी पगड़ी तो देडी पिया ने तगड़ी
वो झूठ था सब राजा, मैं तेरी हू तेरी,
तेरी सोगंध खाती हू, मैं तेरी हू तेरी.
तेरी सोगंध खाती हू, मैं तेरी हू तेरी.
No comments:
Post a Comment