posted by: SUMAN AGARWAL
गूँज उठी शहनाई, अरी देखो आली
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गूँज उठी शहनाई, अरी देखो आली
१) दशरथ आँगन धूम मची है
जन्म लियो है रघुराई, अरी देखो आली
२) तन दुति आती नव नील कलेवर
पीत झगा झलकाई, अरी देखो आली
३) पग नुपूर पहुँची कर कंजनी
गल मणि माल सुहाई, अरी देखो आली
४) जय जयकार करें सुर नभ से
सुमन वृष्टि झरि लाई, अरी देखो आली
५) कर पद पटकत, रह रह किलवति
हँसत अधर फरकाय, अरी देखो आली
६) चित चुरावत सजनी पंकज
चरणन की अनुराय, अरी देखो आली
७) नाचत गावत सब नर नारी
मिलकर देत बधाई, अरी देखो आली
८) अनुपम बालक लखि लखि राजो
तन की सुधि बिसराई, अरी देखो आली
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