Friday, September 12, 2014

(3) कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार (kumar maine dekhem sundar sakhi do kumar)

कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार

१) हाथों में फूलों का दौना भी सोहे
सुंदर गले में सोहे हार, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार


२) सुंदर सलौने बांके रसीले
मोह लिए नर नारी, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार

३) मुनियों का यग्य इन्होने रचाया
दीनो की सुनते पुकार, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार

४) भक्तों के जीवन, संतों के प्यारे
सब के हैं प्राण आधार, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार

५) करुणा के सागर, दशरथ के दुलारे
सब इनसे करते हैं प्यार, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार

६) पल भर में अपने चरणों की रज से
नारी अहिल्या दी तार, कुमार मैने देखे
कुमार मैने देखे, सुंदर सखी दो कुमार


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