posted by: SUMAN AGARWAL
सब देव चले महादेव चले
सब देव चले महादेव चले
ले ले फूलन के हार रे आओ रामा की नागरिया
१) शिव शंकर ने आगे बढ़कर अपना डमरू बजाया
गन्धर्वों ने ताल मिला कर प्रभु की स्तुति गाया
सब हरष रहे मेघ बरस रहे
अमृत की सरस फुहार रे आओ रामा की नागरिया
२) नौमि तिथि मधुमास पुनीता,शुक्ल पक्ष अभिजीत हरी प्रीता
मध्य दिवस अति शीत न धामा,सकल काल लोक विश्राम
ब्रम्हा वेद पढ़ें सुर यान चढ़ें
फूलन की करें बौछार रे आओ रामा की नागरिया
३) जो लगन गृह वार तिथि अनुकूल वो सब आई
मनिआरे पर्वत सब महि सोलह श्रृंगार कर छायी
कल्याण मूल मिले दोउ कुल
सरयू बढ़ गयी अपार रे आओ रामा की नागरिया
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