मेरी बिगड़ी बना दे भवानी, तेरा होगा बड़ा उपकर है
दिखता अब नहीं है किनारा, मेरी नैया पड़ी मझधार है
१) जब से तेरी याद सताई, लाखो कष्ट उठाए हैं,
न जानूं इस जीवन अंदर, कितने पाप समाए हैं,
शर्मिंदा हूँ मैं तुझसे भवानी, माफ़ कर दो मुझे एक बार है
दिखता...
२) माया मोह में पद कर मैया, ये भी ना मैं जान सका,
कौन है अपना कौन पराया, ये भी ना पहचान सका,
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...
३) अब बीती सो बीती मैया, बाकी उमर संभालूँगा
भक्ति भाव से बँधा भवानी, तुझमें ध्यान लगाउँगा
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...
दिखता अब नहीं है किनारा, मेरी नैया पड़ी मझधार है
१) जब से तेरी याद सताई, लाखो कष्ट उठाए हैं,
न जानूं इस जीवन अंदर, कितने पाप समाए हैं,
शर्मिंदा हूँ मैं तुझसे भवानी, माफ़ कर दो मुझे एक बार है
दिखता...
२) माया मोह में पद कर मैया, ये भी ना मैं जान सका,
कौन है अपना कौन पराया, ये भी ना पहचान सका,
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...
३) अब बीती सो बीती मैया, बाकी उमर संभालूँगा
भक्ति भाव से बँधा भवानी, तुझमें ध्यान लगाउँगा
छीन्टा दे दो मुझे माँ ज्ञान का, हो जाए मेरा उद्धार है,
दिखता...
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