सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
१) मोर मुकुट कर धनुष विराजत
भृकुटी ललित ललाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
२) चंचल चोर चपल चहूँ चितवत
हर लिनेहूँ है राम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
३) वेग चलो निरख निज नैनन
मन हर्षित सुख धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
४) रिझत राम, सिया भई व्याकुल
देख विधाता बाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
५) नृिप दशरथ घर जनम लियो है
अवध पूरी है धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
६) एक सँवरे और एक गोरे है
सांवर है सुख धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
१) मोर मुकुट कर धनुष विराजत
भृकुटी ललित ललाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
२) चंचल चोर चपल चहूँ चितवत
हर लिनेहूँ है राम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
३) वेग चलो निरख निज नैनन
मन हर्षित सुख धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
४) रिझत राम, सिया भई व्याकुल
देख विधाता बाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
५) नृिप दशरथ घर जनम लियो है
अवध पूरी है धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
६) एक सँवरे और एक गोरे है
सांवर है सुख धाम
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम-२
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