ओ शेरों वाली अंबे, आँचल में तू छिपा ले
आँखो के बहते आँसू, अब बन गये हैं नाले
ओ शेरों वाली अंबे...
१) ये जीवन जो तूने दिन्हा, एहसान मुझ पे किन्हा
ये जिंदगी दुखों की, किसके करूँ हवाले
ओ शेरों वाली अंबे
२) तेरे दर के हम भिखारी, सुनले ओ चक्रधारी
मेरी डूबती है नैया, आकर इसे बचाले
ओ शेरों वाली अंबे
३) रो रो मेरी मैया, तुझसे बिछड़ न जाउँ
इस से अच्छा है, मेरी जिंदगी उठा ले
ओ शेरों वाली अंबे
JAI MATA DI
ReplyDelete