Tuesday, September 16, 2014

(14) तखत उपर खड़ी बन्नी अरज बाबा से करती है (takhat upar khadi banni, araj baba se karti hai)

(14)

तखत उपर खड़ी बन्नी अरज बाबा से करती है
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है

१) बाबाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
ताउजि मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जबही झंडा उठा लूँगी तभी शादी करा लूँगी
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है

२) पपाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
चाचाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जबही झंडा उठा लूँगी तभी शादी करा लूँगी
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है

३) भैईयाज़ी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जीजाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जबही झंडा उठा लूँगी तभी शादी करा लूँगी
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है

४) मौसाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
फूफाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जबही झंडा उठा लूँगी तभी शादी करा लूँगी
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है

५) नानाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
मामाजी मेरी मत करो शादी, उमर बारह बरस की है
जबही झंडा उठा लूँगी तभी शादी करा लूँगी
तखत उपर खड़ी बन्नी अरज ताउ से करती है



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